
महिला क्रिकेट की विराट कोहली
महिला क्रिकेट की विराट कोहली – स्मृति मंधाना
भारतीय क्रिकेट में विराट कोहली का नाम एक ऐसी शख्सियत के रूप में उभरा है, जिसने बल्लेबाजी, नेतृत्व और दबाव में प्रदर्शन करने की क्षमता से पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। अब महिला क्रिकेट में एक ऐसा ही नाम उभर रहा है – स्मृति मंधाना। उन्हें अक्सर “महिला क्रिकेट की विराट कोहली” कहा जाता है, और यह तुलना निराधार नहीं है। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी, लगातार प्रदर्शन और मैच-विजेता पारियों ने उन्हें इस उपाधि के योग्य बनाया है।
स्मृति मंधाना की हालिया उपलब्धियाँ
1. तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाली पहली भारतीय महिला
जून 2025 में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 मैच में स्मृति मंधाना ने 62 गेंदों में 112 रन की धमाकेदार पारी खेली, जिसमें 15 चौके और 3 छक्के शामिल थे। इसके साथ ही वह टेस्ट, वनडे और टी20 इंटरनेशनल – तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं। यह उपलब्धि उनके बल्लेबाजी कौशल और अनुकूलन क्षमता को दर्शाती है।
2. वनडे में सर्वाधिक शतक का रिकॉर्ड
स्मृति ने वनडे क्रिकेट में 8 शतक बनाकर मिताली राज के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। उनकी यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि वह न केवल आक्रामक बल्लेबाज हैं, बल्कि लंबी पारियां खेलने में भी माहिर हैं।
3. “चेज़ मास्टर” का खिताब
टी20 इंटरनेशनल में लक्ष्य का पीछा करते हुए 1000 रन बनाने वाली वह पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं। यह रिकॉर्ड पुरुषों की टीम में विराट कोहली के नाम रहा है, जिससे उनकी तुलना और पुख्ता होती है।
4. आरसीबी को WPL का खिताब दिलाया
महिला प्रीमियर लीग (WPL) में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की कप्तानी करते हुए स्मृति ने टीम को पहला खिताब दिलाया। दिलचस्प बात यह है कि पुरुष टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली आईपीएल में यह सफलता हासिल नहीं कर पाए, जिससे स्मृति का नेतृत्व और भी खास हो जाता है।
विराट कोहली से तुलना क्यों?
1. बल्लेबाजी शैली में समानता
स्मृति मंधाना और विराट कोहली दोनों की बल्लेबाजी में आकर्षक शॉट्स, तकनीकी दक्षता और आक्रामकता देखने को मिलती है। दोनों ही खिलाड़ी गेंद को 360 डिग्री में खेलने में माहिर हैं।
2. नंबर 18 की जर्सी
एक और दिलचस्प संयोग यह है कि दोनों ही खिलाड़ी नंबर 18 की जर्सी पहनते हैं, जिससे फैंस के बीच यह तुलना और भी मजबूत हो जाती है।
3. दबाव में शानदार प्रदर्शन
विराट कोहली की तरह, स्मृति भी महत्वपूर्ण मैचों और दबाव की स्थितियों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करती हैं। चाहे वह रन चेज हो या बड़े मुकाबले, दोनों ही खिलाड़ी टीम को जीत दिलाने की क्षमता रखते हैं।
4. निरंतरता और रन-मशीन
कोहली की तरह ही स्मृति भी लगातार रन बनाने वाली बल्लेबाज हैं। वह टीम के लिए नियमित रूप से योगदान देती हैं, जो उन्हें एक विश्वस्तरीय खिलाड़ी बनाता है।
स्मृति मंधाना का विनम्र दृष्टिकोण
हालांकि, स्मृति खुद को विराट कोहली के समकक्ष नहीं मानतीं। उनका कहना है कि “विराट कोहली एक लीजेंड हैं और मैं अभी उनके स्तर तक नहीं पहुंची हूँ। मैं बस अपनी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करना चाहती हूँ।” यह विनम्रता उनके चरित्र को और भी प्रभावशाली बनाती है।
निष्कर्ष
स्मृति मंधाना ने महिला क्रिकेट में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उनकी बल्लेबाजी, नेतृत्व क्षमता और रिकॉर्ड्स ने उन्हें “महिला क्रिकेट की विराट कोहली” का दर्जा दिलाया है। अभी उनके करियर का सफर जारी है, और निश्चित रूप से वह भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक महान खिलाड़ी के रूप में याद की जाएंगी।
स्मृति मंधाना vs विराट कोहली: तुलना और प्रभाव
क्रिकेट में तुलनाएं हमेशा से होती आई हैं, और जब स्मृति मंधाना को “महिला क्रिकेट की विराट कोहली” कहा जाता है, तो यह सिर्फ उनकी बल्लेबाजी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह उनके प्रभाव, नेतृत्व और खेल के प्रति जुनून को भी दर्शाता है। आइए देखते हैं कि कैसे स्मृति मंधाना ने महिला क्रिकेट में वही प्रभाव डाला है, जो विराट कोहली ने पुरुष क्रिकेट में डाला।
1. बल्लेबाजी में समानता
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आक्रामकता और तकनीक: दोनों ही खिलाड़ी आक्रामक होने के साथ-साथ तकनीकी रूप से मजबूत हैं।
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360-डिग्री बल्लेबाजी: कोहली की तरह ही स्मृति भी गेंद को मैदान के हर कोने में खेल सकती हैं।
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रन चेज में माहिर: दोनों ही टीम को जीत दिलाने के लिए लक्ष्य का पीछा करने में विशेषज्ञ हैं।
2. कप्तानी और नेतृत्व
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आरसीबी कनेक्शन: विराट कोहली ने आरसीबी की कप्तानी की, जबकि स्मृति ने WPL में आरसीबी को पहला खिताब दिलाया।
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युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करना: दोनों ही अपनी टीम के युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
3. रिकॉर्ड्स और माइलस्टोन
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सबसे तेज शतक: स्मृति ने टी20 में तेज शतक लगाकर नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं, जैसे कोहली ने अपने समय में किए।
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विभिन्न फॉर्मेट में सफलता: दोनों ही खिलाड़ी टेस्ट, वनडे और टी20 में समान रूप से सफल रहे हैं।
4. वैश्विक प्रभाव
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ब्रांड वैल्यू: विराट कोहली की तरह ही स्मृति मंधाना भी महिला क्रिकेट की सबसे बड़ी ब्रांड एंबेसडर बन चुकी हैं।
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युवा प्रेरणा: दोनों ही युवा क्रिकेटर्स के लिए आदर्श हैं और उन्होंने क्रिकेट को एक नया फैनबेस दिया है।
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