
PNB Housing Finance Q1 परिणाम
PNB Housing Finance Q1 FY26 परिणाम: 23% की छलांग के साथ ₹534 करोड़ हुआ शुद्ध लाभ, किफायती हाउसिंग बनी मुख्य ताकत
भारत की अग्रणी हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में से एक PNB Housing Finance ने वित्त वर्ष 2025–26 की पहली तिमाही (Q1) के बेहतरीन परिणाम पेश किए हैं। कंपनी का शुद्ध लाभ 23% की शानदार वृद्धि के साथ ₹534 करोड़ पर पहुंच गया है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में ₹433 करोड़ था। इन नतीजों ने निवेशकों और बाज़ार विश्लेषकों को सकारात्मक संकेत दिए हैं, साथ ही यह संकेत भी दिया है कि भारत में हाउसिंग लोन सेगमेंट लगातार मजबूत हो रहा है — खासकर अफ़ोर्डेबल हाउसिंग और इमर्जिंग मार्केट्स की बदौलत।
नतीजों की मुख्य झलक
PNB Housing Finance ने बताया कि तिमाही के दौरान उसकी नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) — यानी ब्याज से हुई कुल कमाई — 17% बढ़कर ₹760 करोड़ हो गई है, जबकि नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) भी बेहतर होकर 3.74% हो गया (Q1FY25 में 3.65%)। इसका मतलब है कि कंपनी ने अपने लोन पोर्टफोलियो से अधिक लाभ अर्जित किया है और फंडिंग की लागत को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया है।कंपनी का AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) भी 13% की वृद्धि के साथ ₹82,100 करोड़ तक पहुंच गया है, जो यह दर्शाता है कि बाजार में ग्राहकों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है।
PNB Housing के प्रदर्शन की असली कहानी उसके बढ़ते अफ़ोर्डेबल हाउसिंग पोर्टफोलियो में छुपी है। कंपनी ने विशेष तौर पर मध्यम-वर्गीय और निम्न-मध्यम वर्गीय परिवारों को लक्षित करते हुए अपने किफायती हाउसिंग सेगमेंट पर ध्यान केंद्रित किया है। तिमाही में इस सेगमेंट में 30% से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई, जो ग्रामीण और सेमी-अर्बन इलाकों से आई है।
कंपनी के CEO ने कहा, “हम भारत के न्यू एज होमबायर्स की जरूरतों को समझते हैं और उन्हें सुविधाजनक और भरोसेमंद ऋण समाधान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। खासकर Tier 2 और Tier 3 शहरों में हमारा नेटवर्क तेजी से बढ़ रहा है और वहीं से सबसे ज्यादा मांग भी आ रही है।”
लोन की गुणवत्ता में सुधार, ग्रॉस NPA में गिरावट
जहाँ अधिकांश NBFCs और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों के लिए NPA (Non-Performing Assets) चिंता का विषय बना हुआ है, वहीं PNB Housing Finance ने यहां भी अपनी पकड़ मजबूत की है। कंपनी का ग्रॉस NPA घटकर 1.06% हो गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 1.35% था। यह संकेत करता है कि कंपनी का लोन पोर्टफोलियो न केवल बढ़ रहा है, बल्कि अधिक सुरक्षित और संतुलित भी होता जा रहा है।
कंपनी का प्रोविजनिंग से पहले ऑपरेटिंग प्रॉफिट ₹632 करोड़ दर्ज किया गया, जो साल-दर-साल 17% की वृद्धि को दर्शाता है। हालाँकि, पिछली तिमाही की तुलना में इसमें हल्की गिरावट दर्ज की गई है (लगभग 2%), जो मौसमी प्रभाव या लागत में हल्की वृद्धि की ओर इशारा कर सकती है। इसके बावजूद, PNB Housing ने अपने खर्चों पर अच्छा नियंत्रण बनाए रखा है।Q1 नतीजों की घोषणा के बाद कंपनी के शेयरों में 4% तक की तेजी देखी गई। निवेशकों का मानना है कि कंपनी की रणनीति — जिसमें अफोर्डेबल सेगमेंट, बेहतर जोखिम प्रबंधन और तकनीकी इनोवेशन शामिल है — भविष्य में भी इसे मजबूत बनाते रहेंगे।
विश्लेषकों का मानना है कि PNB Housing Finance ने वित्तीय मजबूती, बेहतर बैलेंस शीट, ग्रोथ की स्पष्ट दिशा और क्रेडिट गुणवत्ता के दम पर Q1 में शानदार प्रदर्शन किया है। HDFC Securities के एक एनालिस्ट ने कहा, “जहाँ कई NBFCs ब्याज दरों की अस्थिरता से जूझ रही हैं, वहीं PNB Housing ने अपने मार्जिन और AUM में स्थिर वृद्धि दिखाई है, जो इसके मजबूत प्रबंधन और रणनीति की पुष्टि करता है।”PNB Housing Finance ने हाल के वर्षों में डिजिटल लेंडिंग, पेपरलेस एप्लिकेशन और AI आधारित क्रेडिट स्कोरिंग जैसे कई तकनीकी सुधार अपनाए हैं। इससे प्रोसेसिंग टाइम कम हुआ है और ग्राहक संतुष्टि में इजाफा हुआ है। CEO ने भी अपने बयान में कहा, “हम ग्राहक के अनुभव को प्राथमिकता देते हैं। डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से हम ग्रामीण इलाकों में भी पहुंच बना पा रहे हैं।”
कंपनी ने संकेत दिया है कि वह आगे भी अफोर्डेबल हाउसिंग पर फोकस करेगी और अपना नेटवर्क विस्तार करेगी। साथ ही, Tier 2 और Tier 3 शहरों में नए ब्रांच और डिजिटल डिस्ट्रीब्यूशन चैनल शुरू करने की योजना है। PNB Housing Finance यह भी सुनिश्चित कर रही है कि उसका ऋण पोर्टफोलियो विविध हो और उसमें ज़्यादा जोखिम न हो।
PNB Housing Finance ने Q1 FY26 में न केवल अच्छी कमाई की, बल्कि लोन क्वालिटी, ग्रोथ स्ट्रैटेजी और डिजिटल फोकस जैसे मोर्चों पर भी अच्छा प्रदर्शन किया। यह परिणाम यह दर्शाते हैं कि कंपनी अपने ग्राहकों की जरूरतों को समझते हुए लंबे समय तक टिकाऊ और लाभदायक विकास की राह पर आगे बढ़ रही है। भारत में हाउसिंग सेक्टर की डिमांड जिस तरह बढ़ रही है, उसमें PNB Housing Finance की भूमिका निश्चित ही और मजबूत होने वाली है।