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INS अर्णला भारतीय नौसेना में शामिल, तटीय सुरक्षा को मिलेगा नया बल

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INS Arnala Commissioned as India's First ASW Shallow Water Craft – GK Now

मुंबई, 18 जून – भारतीय नौसेना को एक और शक्तिशाली सहयोगी मिल गया है। मंगलवार को INS अर्णला (INS Arnala) को आधिकारिक रूप से नौसेना के बेड़े में शामिल कर लिया गया। यह जहाज़ पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से तैयार किया गया है और भारत की तटीय सुरक्षा एवं गश्त क्षमताओं को और अधिक मजबूत करेगा।

🇮🇳 स्वदेशी निर्माण का प्रतीक

INS अर्णला का निर्माण Garden Reach Shipbuilders & Engineers (GRSE), कोलकाता में किया गया है। यह पोत भारत में विकसित “अर्णला क्लास” गश्ती जहाजों की श्रृंखला में पहला है। इसका नाम महाराष्ट्र के ऐतिहासिक अर्णला द्वीप पर आधारित है, जो मराठा नौसैनिक विरासत से जुड़ा है।

⚓ किन कार्यों में होगा इस्तेमाल?

INS अर्णला को विशेष रूप से तटीय इलाकों में निगरानी और गश्त के लिए डिजाइन किया गया है। यह पोत निम्नलिखित कार्यों में सक्षम है:

🔧 तकनीकी खूबियां

इस जहाज़ में अत्याधुनिक रेडार सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर उपकरण, और आधुनिक नेविगेशन तकनीक से लैस इंफ्रास्ट्रक्चर दिया गया है। यह छोटा होने के बावजूद तेज़, चुस्त और बहुउपयोगी पोत है।

🔊 रक्षा मंत्रालय का बयान

रक्षा मंत्रालय ने INS अर्णला को भारतीय नौसेना की बढ़ती शक्ति और ‘मेक इन इंडिया’ अभियान की बड़ी सफलता बताया। मंत्रालय के अनुसार, “यह पोत हमारी समुद्री सीमाओं की रक्षा के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और मील का पत्थर है।”

📌 निष्कर्ष

INS अर्णला का नौसेना में शामिल होना सिर्फ एक जहाज़ नहीं, बल्कि भारत की बढ़ती सैन्य क्षमता, आत्मनिर्भरता और रणनीतिक गहराई का परिचायक है। भविष्य में यह पोत भारत की समुद्री सीमाओं का एक अहम प्रहरी साबित होगा।

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