बिहार चुनाव से पहले नीतीश कुमार का बड़ा दांव — राज्य कलाकारों को ₹6,000 मासिक पेंशन की घोषणा
पटना:
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और कलाकारों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक नई योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत राज्य के योग्य कलाकारों को ₹6,000 प्रति माह की मासिक पेंशन दी जाएगी।
क्या है योजना का मकसद?
- राज्य के वरिष्ठ कलाकारों, लोकगायकों, नाटककारों, पेंटर्स, नृत्यकारों आदि को पेंशन से जोड़ा जाएगा।
- इससे उन्हें वृद्धावस्था में आर्थिक सहयोग मिलेगा और उनकी सांस्कृतिक सेवाओं का सम्मान भी किया जाएगा।
चुनावी रणनीति भी मानी जा रही है!
विशेषज्ञ मानते हैं कि यह फैसला आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले एक राजनीतिक मास्टरस्ट्रोक हो सकता है।
इससे नीतीश सरकार को कलाकार समाज और ग्रामीण वोटबैंक में मजबूती मिलने की उम्मीद है।
विपक्ष का क्या कहना है?
तेजस्वी यादव और राजद ने इस योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि –
“चुनाव से ठीक पहले की गई ये घोषणाएं सिर्फ वोट बैंक की राजनीति है।”
कितने कलाकारों को मिलेगा लाभ?
राज्य सरकार के अनुसार, पहले चरण में लगभग 2,500 से अधिक कलाकारों को इस योजना में शामिल किया जाएगा। आगे चलकर इस संख्या को और बढ़ाया जाएगा।
आकर्षक बिंदु:
- वृद्ध कलाकारों को पहली बार मिलेगी सामाजिक सुरक्षा।
- चुनाव से पहले लोक वर्ग को साधने की रणनीति।
- कला-संस्कृति को सरकारी मान्यता और सम्मान।
निष्कर्ष:
नीतीश कुमार का यह कदम न सिर्फ एक सांस्कृतिक सराहनीय प्रयास है बल्कि एक राजनीतिक रूप से रणनीतिक पहल भी है। देखना दिलचस्प होगा कि इस योजना का असर आगामी चुनावों में कितना देखने को मिलता है।
Modern Patrakar के लिए विशेष रिपोर्ट।
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