
एयर इंडिया हादसे में ब्लैक बॉक्स
एयर इंडिया हादसे में ब्लैक बॉक्स से क्या पता चला?
फ्यूल सप्लाई अचानक बंद हुई
ब्लैक बॉक्स (FDR और CVR) से पता चला कि विमान के उड़ान भरते ही कुछ सेकंड बाद इंजन की फ्यूल सप्लाई बंद हो गई।
रिकॉर्डिंग में दिखा कि फ्यूल स्विच RUN से CUTOFF पर चले गए, जिससे दोनों इंजन में फ्यूल नहीं पहुंचा और थ्रस्ट खत्म हो गया।
कॉकपिट में भ्रम की स्थिति
CVR रिकॉर्डिंग में एक पायलट ने पूछा:
🗣️ “तुमने कटऑफ क्यों किया?”
दूसरे ने जवाब दिया:
🗣️ “मैंने नहीं किया।”
इससे साफ है कि दोनों पायलट भी इस कटऑफ के लिए एक-दूसरे पर सवाल कर रहे थे।
ब्लैक बॉक्स की रिकवरी
एक रिकॉर्डर मलबे में और दूसरा एक छत पर मिला।दोनों डिवाइस दिल्ली की लैब में जांचे गए और 49 घंटे का फ्लाइट डेटा और 2 घंटे की ऑडियो सफलतापूर्वक रिट्रीव की गई।
तकनीकी खराबी नहीं, मानव त्रुटि हो सकती है शुरुआती रिपोर्ट में किसी तकनीकी फेलियर का ज़िक्र नहीं है।
ऐसा माना जा रहा है कि गलती से फ्यूल कटऑफ स्विच एक्टिवेट हो गया, जो आमतौर पर सिर्फ ज़मीन पर या इमरजेंसी में किया जाता है।
पायलट यूनियन का बयान
- पायलट यूनियन (ALPA) ने कहा कि बिना पूरी जांच के पायलट को दोषी ठहराना ठीक नहीं।
- उन्होंने निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की मांग की।
ब्लैक बॉक्स क्या होता है?
डिवाइस | काम |
---|---|
FDR (Flight Data Recorder) | उड़ान के तकनीकी आंकड़े रिकॉर्ड करता है (जैसे गति, ऊंचाई, इंजन डेटा) |
CVR (Cockpit Voice Recorder) | पायलटों की बातचीत और कॉकपिट की आवाज़ें रिकॉर्ड करता है |
ब्लैक बॉक्स से मिली जानकारी से यह सामने आया कि विमान में कोई तकनीकी खराबी नहीं थी, बल्कि मानव गलती या असावधानी से इंजन की फ्यूल सप्लाई बंद हुई और हादसा हुआ। अब अंतिम रिपोर्ट में यह साफ होगा कि गलती किसकी थी और आगे क्या सुधार ज़रूरी हैं।