
In this photo released by an official website of the office of the Iranian supreme leader, Supreme Leader Ayatollah Ali Khamenei, speaks in a meeting with a group of defense officials, in Tehran, Iran, Wednesday, Feb. 12, 2025. (Office of the Iranian Supreme Leader via AP)
तेहरान/यरुशलम – इज़रायल के हालिया हमले के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली ख़ामनेई ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक प्रेस बयान में कहा, “इज़रायल ने बहुत बड़ी ग़लती कर दी है, जिसकी भारी कीमत उसे चुकानी पड़ेगी।”
क्या है मामला?
इज़रायल द्वारा तेहरान पर किए गए हमले के बाद ईरान में आक्रोश चरम पर है। हमले में ईरान के कई सैन्य और संवेदनशील ठिकानों को नुकसान पहुंचा है। ईरानी मीडिया के अनुसार यह हमला बिना किसी उकसावे के किया गया।
ख़ामनेई का सख्त रुख
ख़ामनेई ने देश को संबोधित करते हुए कहा:
“हम इस आक्रामकता को नजरअंदाज नहीं कर सकते। हमारी चुप्पी को कमजोरी न समझा जाए। इज़रायल ने एक ऐसी चिंगारी जलाई है जो पूरे क्षेत्र को जला सकती है।”
उन्होंने यह भी संकेत दिए कि ईरान जवाबी कार्रवाई की पूरी तैयारी कर चुका है और समय आने पर उसका ज़बरदस्त असर देखने को मिलेगा।
क्षेत्रीय तनाव और वैश्विक चिंता
इस बयान के बाद पूरे मिडिल ईस्ट में युद्ध की संभावना और बढ़ गई है:
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लेबनान, सीरिया जैसे देशों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
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अमेरिका और रूस ने स्थिति पर चिंता जताई है।
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संयुक्त राष्ट्र ने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।
भारत की नज़र
भारत सरकार ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है, खासकर उन छात्रों और कामगारों को लेकर जो ईरान में रह रहे हैं।
निष्कर्ष:
ख़ामनेई का यह बयान केवल एक चेतावनी नहीं बल्कि एक संभावित जवाबी कार्रवाई का संकेत है। इज़रायल और ईरान के बीच टकराव अब एक निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है, और मिडिल ईस्ट में शांति बनाए रखना वैश्विक चुनौती बन गया है।