
जब कोई हवाई जहाज दुर्घटनाग्रस्त होता है, तो यात्रियों और उनके परिवारों को मिलने वाला मुआवजा (compensation) कई बातों पर निर्भर करता है, खासकर कि यात्रा अंतरराष्ट्रीय थी या घरेलू. भारत में और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, मॉन्ट्रियल कन्वेंशन (Montreal Convention) एक महत्वपूर्ण नियम है जो मुआवजे को नियंत्रित करता है.
अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए मुआवजा
यदि दुर्घटनाग्रस्त उड़ान एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान थी और भारत मॉन्ट्रियल कन्वेंशन का हस्ताक्षरकर्ता है (जो कि है), तो मुआवजे के नियम इस प्रकार हैं:
- न्यूनतम देयता (Minimum Liability): मॉन्ट्रियल कन्वेंशन के तहत, एयरलाइन की मृत्यु या चोट के लिए न्यूनतम देयता 128,821 स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (SDRs) है. SDRs एक अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा इकाई है जिसकी कीमत बदलती रहती है. अभी के हिसाब से, यह लगभग ₹1.42 करोड़ प्रति यात्री के बराबर हो सकता है.
- दोष साबित करने की आवश्यकता नहीं: इस न्यूनतम राशि के लिए, पीड़ितों को एयरलाइन की गलती या लापरवाही साबित करने की आवश्यकता नहीं होती है. एयरलाइन को यह राशि देनी ही होगी.
- अधिक मुआवजे का दावा: यदि नुकसान इस न्यूनतम राशि से अधिक है, तो पीड़ित या उनके परिवार अधिक मुआवजे का दावा कर सकते हैं. हालांकि, इस स्थिति में, एयरलाइन अपनी देयता से बच सकती है यदि वे यह साबित कर दें कि दुर्घटना उनकी लापरवाही के कारण नहीं हुई थी, या यह पूरी तरह से किसी तीसरे पक्ष की गलती के कारण हुई थी.
- मानसिक पीड़ा (Psychiatric Injury): मॉन्ट्रियल कन्वेंशन के तहत, आमतौर पर केवल शारीरिक चोट से जुड़ी मानसिक पीड़ा के लिए ही मुआवजा दिया जाता है. शुद्ध मानसिक पीड़ा के लिए मुआवजा नहीं मिलता है, जब तक कि वह किसी शारीरिक चोट से जुड़ी न हो.
घरेलू यात्रा के लिए मुआवजा
भारत में घरेलू उड़ानों के लिए भी मुआवजा कैरेज बाय एयर एक्ट, 1972 (Carriage by Air Act, 1972) द्वारा नियंत्रित होता है, जिसमें मॉन्ट्रियल कन्वेंशन के प्रावधानों को शामिल किया गया है. हालांकि, इसमें कुछ अंतर हो सकते हैं और यह एयरलाइन की अपनी बीमा पॉलिसी पर भी निर्भर करता है.
महत्वपूर्ण बातें
- बीमा: एयरलाइंस के पास दुर्घटनाओं को कवर करने के लिए बीमा पॉलिसियां होती हैं. मुआवजे का भुगतान बीमा कंपनियों द्वारा किया जाता है.
- अंतरिम मुआवजा: कभी-कभी एयरलाइन अंतिम निपटान से पहले अंतरिम मुआवजा (interim compensation) भी जारी कर सकती है.
- कानूनी प्रक्रिया: मुआवजे की राशि और प्रक्रिया दुर्घटना के तथ्यों, एयरलाइन की देयता, और कानूनी कार्यवाही पर निर्भर करती है. ऐसे मामलों में कानूनी सलाह लेना बहुत महत्वपूर्ण होता है.
- विमान का नुकसान: दुर्घटनाग्रस्त विमान का बीमा मूल्य भी अलग से कवर होता है, जो कई सौ करोड़ रुपये तक हो सकता है.
संक्षेप में, हवाई जहाज दुर्घटना में मिलने वाला मुआवजा काफी महत्वपूर्ण हो सकता है और यह अंतरराष्ट्रीय नियमों, राष्ट्रीय कानूनों और व्यक्तिगत परिस्थितियों पर निर्भर करता है.