
तेहरान/तेल अवीव:
मध्य पूर्व में तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। ईरान ने संघर्षविराम (Truce) की बातचीत को साफ तौर पर खारिज कर दिया है, वहीं दूसरी ओर इजरायल ने तेहरान में ताबड़तोड़ हवाई हमले किए हैं।
तेहरान में कई हिस्सों में विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं, जबकि इजरायल की राजधानी तेल अवीव में सायरनों की तेज़ आवाजें गूंज उठीं, जिससे नागरिकों में दहशत फैल गई।
🇮🇷 ईरान का रुख क्यों सख्त?
ईरान के शीर्ष अधिकारियों ने कहा है कि जब तक इजरायल अपनी “आक्रामक कार्रवाइयां” नहीं रोकता, तब तक किसी भी तरह की बातचीत का कोई सवाल ही नहीं उठता। ईरानी सरकार ने यह भी संकेत दिए हैं कि वह और अधिक जवाबी हमलों के लिए तैयार है।
🇮🇱 इजरायल का जवाब
इजरायल ने दावा किया है कि वह अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए यह कार्रवाई कर रहा है। इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) के अनुसार, तेहरान में सटीक हमले किए गए हैं, जिनका लक्ष्य “आतंकवाद के नेटवर्क” को खत्म करना था।
🔴 क्षेत्रीय हालात गंभीर
- तेल अवीव, हाइफ़ा और अन्य शहरों में सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया गया है।
- लोगों से कहा गया है कि वे बंकरों में रहें और सरकारी निर्देशों का पालन करें।
- वैश्विक बाजारों में भी तनाव की झलक देखी गई, तेल की कीमतों में उछाल आया है।
📢 निष्कर्ष:
ईरान और इजरायल के बीच यह तनाव वैश्विक स्तर पर चिंता का विषय बनता जा रहा है। संघर्षविराम की संभावनाओं से इनकार और लगातार हो रहे हमलों से यह साफ है कि आने वाले दिन और भी ज्यादा अशांत हो सकते हैं।