
12 जून 2025 को अहमदाबाद एयरपोर्ट पर एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर ने देश को झकझोर कर रख दिया। इस हादसे में कई यात्रियों की जान गई और अब जांच एजेंसियां इसकी गहराई से जांच कर रही हैं। लेकिन इस बीच, एयर इंडिया के CEO कैंपबेल विल्सन का बयान सामने आया है जो कई सवालों के जवाब देता है।
🔧 विमान की स्थिति पर CEO का बयान
एयर इंडिया के CEO कैंपबेल विल्सन ने स्पष्ट किया कि—
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यह Boeing 787-8 Dreamliner विमान अच्छी तरह से मेंटेन था।
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आखिरी बार बड़ा तकनीकी निरीक्षण जून 2023 में किया गया था।
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अगला मेजर चेक दिसंबर 2025 में निर्धारित था।
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विमान के दाहिने इंजन की ओवरहॉलिंग मार्च 2025 में हुई थी।
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बाएं इंजन की विस्तृत जांच अप्रैल 2025 में की गई थी।
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उड़ान से पहले कोई तकनीकी समस्या दर्ज नहीं की गई थी।
📉 हादसे के बाद क्या कदम उठाए गए?
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एयर इंडिया ने 20 जून से 15% अंतरराष्ट्रीय उड़ानें अस्थायी रूप से घटा दी हैं।
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Boeing 787 और 777 फ्लीट की अतिरिक्त सेफ्टी चेकिंग शुरू कर दी गई है।
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भारत की DGCA (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) ने Dreamliner विमानों की जांच की और कहा कि सभी सुरक्षा मानकों का पालन हो रहा है।
🕵️♂️ जांच में क्या हो रहा है?
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हादसे की जांच Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) कर रहा है।
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Boeing, GE, NTSB (US) और UK AAIB भी जांच में शामिल हैं।
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फ्लाइट का ब्लैक बॉक्स और वॉयस रिकॉर्डर बरामद किया जा चुका है।
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डेटा की संभावित जांच अमेरिका में होगी और रिपोर्ट आने में लगभग 4 हफ्ते लग सकते हैं।
❓ अब सवाल ये उठता है…
अगर विमान और इंजन पूरी तरह मेंटेन थे तो आखिर हादसा कैसे हुआ?
क्या कोई तकनीकी गड़बड़ी उड़ान के दौरान आई?
या फिर ये महज एक दुर्भाग्यपूर्ण संयोग था?
इन सवालों के जवाब अब ब्लैक बॉक्स डेटा और तकनीकी विश्लेषण ही देंगे।
🔚 निष्कर्ष
एयर इंडिया CEO का यह बयान हादसे के बाद यात्रियों और आम लोगों में भरोसा बनाए रखने की कोशिश है। हालांकि, अंतिम सच्चाई तो विस्तृत जांच के बाद ही सामने आएगी। तब तक, यह ज़रूरी है कि हम तकनीकी तथ्यों और जांच रिपोर्ट का इंतजार करें।